fake website pehchanne ke tarike : दोस्तों आप सब को पता है कि आज का ज़माना डिजिटल का ज़माना है और यहाँ पर सब कुछ ऑनलाइन उपलब्ध हैं | खाने से लेकर शॉपिंग, बैंकिंग , और एजुकेशन यहाँ तक कि हम दोस्तों से बात करने के लिए भी सोशल मीडिया वेबसाइट्स और एप्स का इस्तेमाल करते हैं लेकिन कुछ फेक वेबसाइट्स होती है जो स्कैमर्स के द्वारा हमारे डेटा को चुराने के लिए यह हम से फ्रॉड करने के लिए बनाई जाती है जिससे वो हमसे पैसे लूट सके |लेकिन आज के इस ब्लॉग में हम fake website pehchanne ke tarike बताएंगे जिसकी मदद से आप असली और नकली वेबसाइट में फर्क पहचान पाएंगे और सतर्क रह पाएंगे |
1. URL ( वेब एड्रेस ) को चेक करें

किसी भी fake website की जानकारी के लिए fake website pehchanne ke tarike का पहला तरीका है उसका URL जो उस web का एड्रेस होता है ध्यान से चेक करें website का URL “https” होना चाहिए अगर यूआरएल में HTTP है या LOCK का ICON missing है तो सावधान रहने की जरूरत है |
उदाहरण :
- असली : https://www.amazon.in/
- नकली : http://www.amaz0n-sale.com
इसके अन्दर आप साफ़ देख सकते है की स्पेलिंग मिसटेक है और https भी नहीं लगा है | ऐसा ही case हुआ था Flipkart की fake website जहां लोगो ने product खरीदे लेकिन उन्हें कभी मिले ही नहीं और यह एक फर्जी साईट थी |
2. वेब साइट का डिजाइन और कॉन्टेंट चेक करें
ठीक वेबसाइट अक्सर जल्दबाजी में बनाई जाती हालांकि स्कैमर्स अपना पूरा दम लगाते हैं की वो सेम वेबसाइट जैसी बनाएँ लेकिन अगर आप इसको ध्यान में देखेंगे तो इसके अंदर ग्रामर mistake या blur इमेज या किसी बटन का काम न करना ये सारी चीजे पहचान होती लेकिन असली कंपनी एक प्रोफेशनल डिजाइन और अपनी वेब साइट को हमेशा फ्रेश रखती है |
उदाहरण:
जब एक फेक बैंकिंग साइट पर लॉग इन बटन के लिए click पर पेज नहीं खुला और जो यूजर्स था उसका पासवर्ड चोरी हो गया था |
3. कॉन्टैक्ट इन्फो और एड्रेस वेरिफाई करें

हमेशा जो असली वेबसाइट सोती उनके about सेक्शन या कॉन्टैक्ट टैक्स में जाने पर उनका एड्रेस मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दिया होता है अगर आप किसी ऐसी वेबसाइट पर रहे जहाँ पे सिर्फ कॉन्टैक्ट फॉर्म है या जानकारी अधूरी दी गई है तो संदेह करना बनता है |
टिप: गूगल मैप्स पर एड्रेस सर्च करके चेक करें कि ऑफिस रियल है या नहीं
scam: 2021 में एक ऐसी फर्जी वेबसाइट ने आधार कार्ड अपडेट नाम की नकली वेबसाइट बनाकर हजारों लोगों से ओटीपी और डिटेल्स मांगे जिससे बहुत सारे डाटा लीक हो गए |
4. गूगल सेफ ब्राउज़िंग टूल का इस्तेमाल करें
किसी भी वेबसाइट को ओपन करने से पहले उसे गूगल ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट https://transparencyreport.google.com/ पर जाकर चेक कर सकते है |
5. रिव्यू और रेटिंग पढ़े
अगर आपको किसी वेबसाइट पर संदेह हो रहा है दौरान इसको चेक करने के लिए गूगल, trustpilot आदि में fake website में अक्सर रिव्यू नहीं होते ही या फिर बहुत सारे फेक 5 स्टार रिव्यू होते हैं |
उदाहरण: एक बार एक ऐसी साइट्स पे इलेक्ट्रिक स्कूटर सेल वेबसाइट पर 500+5 स्टार थे लेकिन डिलीवरी के बाद पता चला कि सभी रिव्यू नकली थे |
6. ऑफर डिस्काउंट पर न जाएं लालच से बचें
80% off फ्री आईफोन जैसे कई सारे ऑफर आपको फेक वेबसाइट पर मिल जाएंगे ये सारी वेबसाइट्स पूरी तरीके से फर्जी होती है ऐसे कई सारे ग्रुप टेलीग्राम पर भी उपलब्ध हैं |
उदाहरण: 2023 की बात है वेबसाइट ” Festive sale 90% off” नाम से वेबसाइट बहुत वायरल हुई जहाँ लोगों ने जमकर पैसे खर्च किए और उसके बाद वेबसाइट पैसे लेकर गायब हो गई |
7. वेबसाइट की age और डोमेन चेक करें
fake website pehchanne ke tarike में एक तरीका यह भी है आप वेबसाइट की आयु और उसका डोमेन अथॉरिटी चेक कर सकते हैं जैसे कि डोमेन कब रजिस्टर हुआ था क्योंकि अक्सर फर्जी वेबसाइट्स ज्यादा पुरानी नहीं होती वो जल्द में ही बनाई गई होती है इसे आप whois lookup से चेक कर सकते है |
टिप : अगर डोमेन 6 महीने से कम है तो सावधानी बरतें
8. पेमेंट गेटवे चेक करें सुरक्षित है या नहीं
असली वेबसाइट्स अक्सर Paytm, Razor pay, PayPal जैसे पॉपुलर पेमेंट गेटवे इस्तेमाल करती हैं |अगर साइट्स आपको डायरेक्ट upi लिंक किया अकाउंट डिटेल्स मांगे अगर कोई आपको फेक पेमेंट इंटरफेस मिलता है जिसके बारे में आपने कभी नहीं सुना ये देखा है तो उस जगह पर पेमेंट ना करें |
scam : एक बार फेक ट्रैवल साइट्स ने यूजर्स से सीधे बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने को कहा और जब पैसे ट्रांसफर कर दिए तो साइट्स delete कर दी गयी |
9. गूगल सर्च के अंदर उस साइट का नाम टाइप करके सर्च करें
किसी भी वेबसाइट के बारे में जानकारी के लिए उसका गूगल में सर्च करना बहुत ज़रूरी है अगर टॉप रिज़ल्ट में ‘scam’ “fake” या complaint जैसे keyword आपको दिखे तो तुरंत वह से निकल जाए |
10. एंटी वायरस सॉफ्टवेयर install करें
Kaspersky , McAfee, या Quick heal दिल से एंटी आने से रोकते हैं वायरस सॉफ्टवेयर में इंस्टॉल करें ये वायरस वेब साइट को ब्लॉक कर देते हैं तथा मैलवेयर को कंप्यूटर में आने से रोकते है |
अगर फेक वेबसाइट का शिकार हो जाए तो क्या करें

अब आपको fake website pehchanne ke tarike को समझ गए होंगे फिर भी अगर आप किसी फर्जी वेबसाइट्स के शिकार हो जाए तो क्या करें |
- तुरंत बैंक क्रेडिट कार्ड कंपनी को सूचित करें |
- अपना पासवर्ड बदलें और टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन on कर ले |
- साइबर क्राइम विभाग की वेबसाइट Cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें ya 1930 पर कॉल करें |
निष्कर्ष: fake website pehchanne ke tarike आपको ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाएगा हमेशा यूआरएल डिजाइन और रिव्यू देख कर देखने की आदत डालें याद रखें थोड़ी सी सावधानी आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है | उम्मीद करता हु की आपको fake website pehchanne ke tarike का यह पोस्ट आपको जरूर पसंद आया होगा |